आधुनिकीकरण
आधुनिकीकरण शब्द लैटिन भाषा के मॉडल से लिया गया है जिसका अर्थ है अभी-अभी या नवीनतम ।
आधुनिकीकरण बड़े पैमाने पर सामाजिक परिवर्तनों की एक व्यापक प्रक्रिया है जो एक बार गति में आने के बाद जीवन के सभी क्षेत्रों – आर्थिक क्षेत्र, सामाजिक क्षेत्र ,राजनीतिक क्षेत्र में प्रवेश कर जाती और परिवर्तन लाती है । आधुनिकीकरण में परिवर्तन का मतलब सभी पारंपरिक और प्राचीन मूल्यों या विचारों को हटाना नहीं है अपितु उसमें संशोधन करने या उन्हें नए तरीके से अपनाना है। दूसरे शब्दों में आधुनिकीकरण पारंपरिक मूल्यों या तत्व और आधुनिक मूल्यों में सामंजस्य की प्रक्रिया है ।
आधुनिकीकरण की परिभाषा
(DEFINITION OF MODERNISATION)
श्यामचरण दुबे – “आधुनिकीकरण एक प्रक्रिया है- एक ऐसा आन्दोलन है जिसके द्वारा परम्परागत या अर्द्ध परम्परागत व्यवस्था निश्चित रूप से वांछित तकनीकी के स्वरूपों और उससे जुड़ी सामाजिक संरचना, मूल्य उन्मेष एवं प्रेरक तथा आदर्शों की ओर अग्रसर होती है।”
“Modernisation is essentially a process a movement from traditional or quasi traditional order to certain desired types of technology and associated from a social structure value-orientations and motivations and forms.”
Shyamcharan Dubey
मूरे “आधुनिकीकरण का अर्थ है एक क्रान्तिकारी परिवर्तन जो एक परम्परागत समाज को उन्नत आर्थिक रूप से समृद्ध तथा राजनैतिक रूप से अपेक्षाकृत स्थिर समाज के रूप में परिवर्तन करने की ओर ले जाता है।”
“Modernisation means a revolutionary change leading to transformation of a traditional society into an advanced, economically prosperous and relatively politically stable society.” —— Moore
डेनियल लर्नर – “आधुनिकीकरण मुख्यतः एक मनःस्थिति, प्रगति की अपेक्षा, आर्थिक विकास की क्षमता परिवर्तन के अनुरूप अपने को ढालने की तत्परता ही है।”
“Modernisation is primarily a state of mind, expectation of progress, propensity to growth, readiness to adopt ourself to change.”———-Daniel Lerner
आधुनिकीकरण की विशेषताएं
आधुनिकीकरण के बारे में उपरोक्त विवेचन के आधार पर इसके निम्न लक्षणों की चर्चा की जा सकती है-
1. आधुनिकीकरण एक सार्वभौमिक प्रक्रिया इसमें ‘सामाजिक व्यवस्था’ के सभी विभागों में रूपान्तरण की प्रक्रिया प्रवाहित हो जाती है।
2 यह दीर्घकालिक एवं जटिल प्रक्रिया है क्योंकि इसमें परिवर्तन की अनेक शक्तियाँ एक-साथ ही क्रियाशील हो उठती हैं।
3. आधुनिकीकरण से तात्पर्य एक विशेष प्रकार के रूपान्तरण की प्रक्रिया से होता है। यह एक विशेष काल-बिन्दु पर अवस्थित समाज-विशेष की अवस्था को प्रकट नहीं करती। वस्तुतः इसकी प्रकृति प्रसारवादी होती है।
4. आधुनिकीकरणरत समाज के सम्मुख एक स्पष्ट ‘मॉडल’ होता है जो उसके लिये प्रेरक का कार्य करता है। आधुनिकीकरण करने वाला समाज उस मॉडल के अनुरूप स्वयं को ढालने का प्रयास करता है।
5 आधुनिकीकरण किसी भी समाज का सीधा अनुकरण नहीं होता। आधुनिक प्रौद्योगिकी और उससे जुड़ी मूल्य व्यवस्था को प्रत्येक समाज अपनी संस्कृति के अनुसार संशोधित तथा परिवर्तित करके ही ग्रहण करता है।
6. आधुनिकीकरण की सफलता के लिए कुछ अनिवार्य पूर्वापेक्षाएँ है, जैसे-उन्नत और आधुनिक यातायात व संचार व्यवस्थाएँ, ज्ञान-विज्ञान की उन्नत संस्थाएँ, ऊर्जा के नए स्रोत, बैंकिग व साख की वित्तीय संस्थाएँ आदि।
7. आधुनिकीकरण एक आंदोलन है इसलिए एक निश्चित वैचारिकी भी इसमें निहित है। यह वैचारिकी व कुछ निश्चित मूल्यों और व्यवहार- प्रतिमानों की समन्वित व्यवस्था है।
8. आधुनिकीकरण के साथ कुछ सहगामी प्रक्रियाएँ भी देखी जाती हैं। यथा- पश्चिमीकरण, औद्योगीकरण और लौकिकीकरण आदि ।
9. नवोदित राष्ट्रों में आधुनिकीकरण के योजनाबद्ध प्रयास किये जा रहे हैं। इसलिए यह प्रक्रिया अधिकांशत: लक्ष्यबद्ध चेतन प्रक्रिया है।
10. आधुनिकीकरण की प्रक्रिया में परम्परागत संरचनाओं के टूटने से उत्पन्न असंतुलन और अव्यवस्था का कष्ट भी झेलना पड़ता है।
11. आधुनिकीकरण की प्रक्रिया गतिशीलता एवं परिवर्तन से सम्बन्धित एक अग्रगामी प्रक्रिया है।
12. आधुनिकीकरण की प्रक्रिया अपरिवर्तनीय है। जब एक बार किसी समाज में आधुनिकीकरण की प्रक्रिया प्रारम्भ हो जाती है तो उस समाज का भूतकाल में वापस जाना सामान्यतः सम्भव नहीं होता।
13. आधुनिकीकरण की प्रक्रिया क्रांतिकारी प्रकृति की है। क्योंकि इसके अन्तर्गत बहुत बड़े पैमाने पर परिवर्तन होते हैं और जो किसी भी देश की सामाजिक संरचना को पूरी तरह से परिवर्तित कर देते हैं।
14. आधुनिकीकरण की प्रकृति विकासवादी हैं, क्योंकि आधुनिकीकरण को होने में शताब्दियों को समय लगता है।
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