नेट न्यूनतम योग्यता होगी, यूजीसी ने नियमों में किए बदलाव
विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (यूजीसी) ने सहायक प्रोफेसरों की नियुक्ति करने में पीएचडी(PHD) को अनिवार्य करने के अपने फैसले में संशोधन किया है। नए नियम में राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा ( NET) और राज्य पात्रता परीक्षा (SET) और राज्य स्तरीय पात्रता परीक्षा (SLET) सभी उच्च शिक्षा संस्थानों में सीधी भर्ती के लिए न्यूनतम पात्रता(Minimum Qualification)होगी। यूजीसी के अध्यक्ष एम जगदीश कुमार ने बताया है कि पीएचडी योग्यता वैकल्पिक बनी रहेगी। एक जुलाई से सभी केंद्रीय, राज्य व निजी विश्वविद्यालयों और डीम्ड -टु- बी विश्वविद्यालय में भर्ती में नए नियम लागू होंगे।
असिस्टेंट प्रोफेसर में पीएचडी की अनिवार्यता को खत्म करने का निर्णय पीएचडी की गुणवत्ता में सुधार के लिए किया गया है। यूजीसी के सचिव प्रो. मनीष जोशी ने बताया कि 2021 में सहायक प्रोफेसर की भर्ती में पीएचडी को अनिवार्य किया था। लेकिन इससे शोध के स्तर में गिरावट आ रही थी । इसलिए पीएचडी को अनिवार्य मानदंड से हटा दिया है।
पूछे जाने वाले प्रश्न –
Q- क्या 2023 से असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए नेट अनिवार्य है? (Is Ph.D. Mandatory For Assistant Professor?)
असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए यूजीसी नेट न्यूनतम पात्रता मानदंड है । पीएचडी ऐच्छिक है।
Q- क्या 2023 से असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए पीएचडी अनिवार्य है?
1 july 2023 से असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए पीएचडी की अनिवार्यता को खत्म कर दिया गया है।