शांति के लिए शिक्षा से अभिप्राय ऐसी शिक्षा से है जो व्यक्तियों में ऐसे मूल्य कौशलों,अभिवृत्तियों और आदर्शों का समावेश करें जिससे उन्हें दूसरों के साथ सौहार्दपूर्ण व्यवहार करने और उत्तरदाई नागरिक बनने में मदद मिले।
शांति के लिए शिक्षा का उद्देश्य शिक्षा के माध्यम से शांति स्थापित करना है। स्कूल,कॉलेज में विद्यार्थियों को ऐसी शिक्षा देने की आवश्यकता है जिससे उनमें आतंकवाद,विद्वेष, हिंसा के प्रति नकारात्मक दृष्टिकोण विकसित हो तथा परस्पर सौहार्द, सह अस्तित्व,सहयोग,सहिष्णुता,भाईचारा जैसे सकारात्मक गुण पल्लवित हो सके।
शांति के लिए शिक्षा- अंतरराष्ट्रीय (EFP- International) तथा इसके सहयोगी संस्थाओं का गठन विश्व के सभी मानव समाज में शांति शिक्षा कार्यक्रमों को लागू करने के लिए किया गया है। शांति शिक्षा कार्यक्रमों के माध्यम से आने वाली नई पीढ़ियां में युद्ध,कलह की भावनाओं को कम करना है और उनमें समझदारी सोच व कौशल विकसित करना है।
शांति शिक्षा को पाठ्यक्रम में किसी अलग विषय के रूप में समाहित करने के प्रस्ताव नहीं है बल्कि सभी विषयों में यथोचित ढंग से सम्मिलित करने की रूपरेखा तैयार की गई है।
शांति शिक्षा के सफल क्रियान्वयन हेतु अध्यापकों को प्रशिक्षण, अध्यापकों, छात्रों व अभिभावकों के लिए निर्देशन पुस्तिकाएं तैयार करने की जरूरत है। इन पुस्तिकाओं के माध्यम से की शांति की सैद्धांतिक जानकारी को व्यवहारिक क्रियाकलापों से एकीकृत करने में सहायता मिल सकेगी। इस संपूर्ण कवायद का उद्देश्य बालक बालिकाओं को ऐसी शिक्षा प्रदान करना है कि वह शांति के सूत्र पिरोकर अशांति के कारण का उन्मूलन कर सकें।
इस प्रकार शांति के न केवल शांति की संस्कृति वरन् मरहम की संस्कृति का सृजन भी का भी आधार तैयार हो सकेगा ।
शांति के लिए शिक्षा के अन्तर्गत निम्नलिखित शिक्षाएं दी जाएगी –
- अन्तर्राष्ट्रीय शिक्षा – इसके अन्तर्गत वैश्विक पहलू का अध्ययन।
- विकासी शिक्षा – इसके अन्तर्गत सामाजिक न्याय, शांति बनाए रखने के तरीके, शांतिपूर्ण विकास करने के तरीके का अध्ययन।
- संघर्ष समाधान शिक्षा
- पर्यावरण शिक्षा
- मानवाधिकार शिक्षा