योगात्मक एवं संरचनात्मक मूल्यांकन- विशेषताएँ और अंतर | yogatmak aur sanrachnatmak mulyankan
योगात्मक एवं संरचनात्मक मूल्यांकन- विशेषताएँ और अंतर (Summative and Formative Evaluation – Features and Difference) मूल्यांकन का योगात्मक एवं संरचनात्मक रूप से वर्गीकरण मिचल स्क्रीबेन ने सन् 1967 में किया था, जिसका संक्षिप्त विवरण निम्नवत् है- 1. योगात्मक मूल्यांकन (Summative Evaluation)- योगात्मक मूल्यांकन को ‘सीखने के मूल्यांकन’ के रूप में भी जाना जाता है। किसी […]