B.Ed Notes

जीवन गाथा विधि – सावधानियां, गुण और दोष | Biological method in hindi

जीवन वृत्त विधि का प्रयोग इतिहास शिक्षण में प्रभावशाली ढंग से किया जाता। इस विधि में महापुरुषों के जीवन वृत्त के रूप में इतिहास को क्रमिक रूप से पढ़ाया जाता है। अन्य शब्दों में, महापुरुषों की जीवन-गाथाओं के द्वारा इतिहास या नागरिक शास्त्र की शिक्षा प्रदान की जाती है। इस विधि के समर्थकों के अनुसार […]

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कहानी कथन विधि- विशेषताएं,गुण और दोष | story telling method in hindi

बिना उपकरणों के सहारा लिए सबसे अधिक व्यवहारत विधि जो आज भी विद्यालयों में दृष्टिगत होती है वो कहानी कथन विधि है। कहानी में बालक को प्रारंभ से ही रुचि रहती है और यदि इस विधि को ठीक प्रकार से उपयोग में लिया जाए तो वेज अपनी सीमाओं के बावजूद बहुत उपयोगी है। कहानी कथन

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इतिहास शिक्षण की विधियाँ | Methods of Teaching History in Hindi

इतिहास शिक्षण विधि का अर्थ-इतिहास पढ़ाने की कौन-कौन सी विधियां हैं। शिक्षण विधि किसी कार्य की वह योजना है जिसका निर्धारण किसी शैक्षिक उद्देश्य को प्राप्त करने के लिये किया जाता है। यह विशेष शैक्षिक उद्देश्य से ही सम्बन्धित होती है। शिक्षण विधि एक रास्ता है जिस पर चलकर हम शैक्षिक उद्देश्य को प्राप्त कर

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थार्नडाइक का सीखने का सिद्धान्त | प्रयास एवं त्रुटि का सिद्धांत

ई. एल. थार्नडाइक (E. L. Thorndike) ने 1913 में प्रकाशित होने वाली अपनी पुस्तक शिक्षा मनोविज्ञान (Educational Psychology) में सीखने का एक नवीन सिद्धान्त प्रतिपादित किया। इस सिद्धान्त को विभिन्न नामों से पुकारा जाता है; यथा- 1. Thorndike’s Connectionism (थार्नडाइक का सम्बन्धवाद)। 2. Connectionist Theory (सम्बन्धवाद का सिद्धान्त)। 3. Stimulus-Response (S-R) Theory (उद्दीपन-प्रतिक्रिया सिद्धान्त)। 4.

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उपलब्धि/ सम्प्रति परीक्षण निर्माण के चरण | Construction of Achievement test in hindi

उपलब्धि परीक्षण निर्माण के चरण सम्प्राप्ति परीक्षण के निर्माण की प्रक्रिया को चार मुख्य सोपानों में बांटा जा सकता है- (1) परीक्षण की योजना बनाना (Planning the Test) (2) प्रश्नों की रचना करना (Preparing the Items) (3) प्रश्नों का चयन करना (Selecting the Items) (4) परीक्षण का मूल्यांकन करना (Evaluating the Test) 1) परीक्षण की

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अभिक्रमित अनुदेशन अर्थ, परिभाषा, विशेषताएं, सिद्धांत, प्रकार, सीमाएं B.Ed notes

अभिक्रमित अनुदेशन (Programmed Instruction) अभिक्रमित अनुदेशन विद्यार्थियों द्वारा स्वतः शिक्षण एवं सीखने की विधि मानी जाती है। इसका विकास मनोवैज्ञानिकों द्वारा प्रयोगशाला में किए गये प्रयोगों के आधार पर हुआ है। अमेरिका के प्रसिद्ध मनोवैज्ञानिकों प्रो. बी. एफ. स्किनर को इस विधि के प्रतिपादन का श्रेय जाता है। इस विधि का व्यक्तिगत शिक्षण में विशेष

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माध्यमिक शिक्षा के व्यावसायीकरण की समस्या | Problem of Vocationalization of Secondary Education in hindi

व्यवसायीकरण का अर्थ (MEANING OF VOCATIONALIZATION) व्यवसायीकरण का सामान्य अर्थ किसी भी प्रकार के व्यवसाय से होता है परन्तु माध्यमिक शिक्षा में इसका अर्थ किसी विशेष विषय के प्रशिक्षण से है, जैसे- टैक्नीकल शिक्षण या फिर शैक्षिक शिक्षण।  माध्यमिक शिक्षा के व्यावसायीकरण की समस्या (Problem of Vocationalization of Secondary Education) समस्या का स्वरूप हमारे देश

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समायोजन की रक्षा युक्तियाँ | Defense Mechanisms of Adjustment in hindi

रक्षात्मक युक्तियां का संप्रत्य मुलभूत रूप से सिगमण्ड फ्रायड ने दिया परन्तु उनकी पुत्री अन्ना फ्रायड व नव- फ्रायडिमन द्वारा फ्रायड के इस मुलभूत विचार को विस्तृत किया गया।  रक्षात्मक युक्तियों का तात्पर्य उन कार्यों से हैं जीने एक व्यक्ति अपने वातावरण से समायोजन के लिए अचेतन रूप से प्रयुक्त करता है ये सकारात्मक भी

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शिक्षा आयोग की मुख्य सिफारिशें | कोठारी आयोग की मुख्य सिफारिशें

शिक्षा आयोग, 1964-66 (Education Commission) या कोठारी आयोग स्वतन्त्रता के उपरान्त शिक्षा का अत्यन्त तीव्रगति से विकास हुआ, परन्तु यह विकास केवल संख्यात्मक या गुणात्मक नहीं। इसके साथ-साथ संविधान में शिक्षा के प्रति किये गये संकल्पों को भी पूरा नहीं किया जा सका ।  इससे शिक्षा क्षेत्रों में असन्तोष प्रकट किया जाने लगा तथा स्वतन्त्रोत्तर

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माध्यमिक शिक्षा आयोग की मुख्य सिफारिशें |मुदलियार आयोग की मुख्य सिफारिशें

माध्यमिक शिक्षा आयोग, 1952-53 (Secondary Education Commission, 1952-53) या (मुदालियर आयोग) स्वतन्त्रता-प्राप्ति के उपरान्त यद्यपि विश्वविद्यालय शिक्षा के विकास के सम्बन्ध में एक आयोग का गठन किया जा चुका था तथापि शैक्षिक क्षेत्रों में यह महसूस किया जा रहा था कि माध्यमिक शिक्षा का सम्बन्ध में विस्तृत ढंग से विचार किया जाना चाहिए जिससे माध्यमिक

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