Sociology

टालकट पारसंस का सामाजिक स्तरीकरण का सिद्धांत|Parson’s Theory of Social stratification in Hindi

टालकट पारसंस का सामाजिक स्तरीकरण का सिद्धांत (Talcot Parson’s Theory of Social stratification) प्रकार्यवादियों में टालकट पारसंस अग्रणी हैं । पारसंस के अनुसार समाज के लिए स्थायित्व और सहयोग का होना आवश्यक है। यह तभी संभव है जब समाज के सभी सदस्य कुछ मूल्यों के लिए एक मत हो। जब तक मूल्यों के संबंध में […]

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सामाजिक समूह का अर्थ, परिभाषा और विशेषताएं

परिचय –  समाजशास्त्र के अंतर्गत समूह एक बहुत ही महत्वपूर्ण अवधारणा है। इसकी महत्ता इतनी अधिक है कि बोगार्डस, जानसन आदि समाजशास्त्रियों ने समाजशास्त्र को सामाजिक समूहों के अध्ययन का विषय कहा है। सामाजिक समूह का अर्थ एवं परिभाषा (MEANING AND DEFINITION OF SOCIAL GROUP) सामाजिक समूह से तात्पर्य ऐसे व्यक्तियों के संकलन से है

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टॉयनबी का सामाजिक परिवर्तन का चक्रीय सिद्धान्त

अंग्रेज इतिहासकार अर्नाल्ड जे. टॉयनबी ने विश्व की 21 सभ्यताओं का अध्ययन किया तथा अपनी पुस्तक ‘A Study of History, 1934’ में सामाजिक परिवर्तन का अपना सिद्धान्त प्रस्तुत किया। टॉयनबी के सिद्धान्त को ‘चुनौती एवं प्रत्युतर का सिद्धान्त’ (Theories of ‘Challenge and Response’) ‘भी कहते है। उनके अनुसार प्रत्येक सभ्यता को प्रारम्भ में प्रकृति एवं

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समाज -अर्थ, परिभाषा और विशेषताएं

अर्थ समाजशास्त्र समाज का विज्ञान’ है। इसीलिए ‘समाज’ समाजशास्त्र की एक प्रमुख अवधारणा है। हम सब लोग समाज में रहते हैं। समाज के बिना हमारा जीवन सम्भव नहीं है। इसीलिए यह भी कहा जाता है कि “जहाँ जीवन है, वहाँ समाज भी है।” वास्तव में, व्यक्ति एक-दूसरे के साथ सामाजिक सम्बन्ध स्थापित करते हैं। इससे

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एन्टोनियों ग्राम्सी का आधिपत्य का सिद्धांत | Gramsci hegemony theory in hindi

परिचय (Introduction) – नव-मार्क्सवादी समाजशास्त्री के रूप में एन्टोनियों ग्राम्शी एक प्रमुख विचारक हैं। ग्राम्शी का जन्म 22 जनवरी, 1891 को इटली के एक गरीब परिवार में हुआ था।  बचपन में वे शारीरिक रूप से कमजोर व बीमारियों से पीड़ित थे। ग्राम्शी की शिक्षा तुरीन विश्वविद्यालय में हुई थी। ग्राम्शी की राजनीति में काफी रुचि

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Max Weber’s Bureaucracy theory |max weber theory of bureaucracy upsc

Max Weber’s Bureaucracy theory Meaning:-  Bureaucracy is not a new system. In fact, it was born at the same time when huge empires were established in ancient times. In order to maintain control over all areas of administration in the vast empire, an organized system of formal appointments of officials, their promotion, determination of their

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सोरोकिन का समाजिक परिवर्तन का सिद्धांत| Sorokin ka sanskritik gatisheelta ka siddhant

सोरोकिन का सांस्कृतिक गतिशीलता का सिद्धान्त (Sorokin’s Theory of Cultural Dynamics) Or  सोरोकिन का समाजिक परिवर्तन का सिद्धांत   Or सोरोकिन का समाजिक परिवर्तन का चक्रीय सिद्धांत सोरोकिन ने अपनी पुस्तक ‘Social and Cultural Dynamics’ में सामाजिक परिवर्तन का सांस्कृतिक गतिशीलता का सिद्धान्त प्रस्तुत किया। उन्होंने मार्क्स, पैरेटो एवं वेबलिन के परिवर्तन सम्बन्धी सिद्धान्तों की आलोचना

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सामाजिक नियंत्रण अर्थ, परिभाषा और प्रकार|Social control in hindi

सामाजिक नियंत्रण अर्थ, परिभाषा और प्रकार  समाजिक नियंत्रण का अर्थ – सामाजिक सम्बन्धों की व्यवस्था समाज है। व्यक्ति इसका मूल निर्मायक अंग है। व्यवस्था शब्द अनुशासन का प्रतीक तथा व्यक्तियों के परस्पर सम्बन्धों को मर्यादित और नियमानुकूल बनाये रखने का साधन है। इसी की आपूर्ति करने वाला नियन्त्रण सामाजिक नियन्त्रण कहलाता है जिसके अन्तर्गत व्यक्ति

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Weber’s Theory Of Ideal Types complete notes

Max Weber’s Theory Of Ideal Types Introduction  The concept of “ideal type” is one of the major concepts in Weberian sociology. In fact, it has an important place in his methodology. In methodology, it is known as “typological analysis.” It is said that the inspiration which Weber had derived from the writings of Plato and

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