पैरेटो का सामाजिक परिवर्तन का चक्रीय सिद्धान्त|Pareto ka samajik parivertan ka chakriya siddhant
सामाजिक परिवर्तन के चक्रीय सिद्धान्त (Cyclical Theories of Social Changes) चक्रीय सिद्धान्तकारों का मत है कि समाज में परिवर्तन का एक चक्र चलता है। हम जहाँ से प्रारम्भ होते हैं. घूम-फिरकर पुन: वहीं पहुँच जाते हैं। इस प्रकार के विचारों की प्रेरणा विद्वानों को सम्भवतः प्रकृति से मिली होगी। प्रकृति में हम देखते हैं कि […]
