मैक्स वेबर की सामाजिक क्रिया ,max Weber ki samajik kriya
सामाजिक क्रिया समाजशास्त्र में क्रिया का अर्थ किसी उद्देश्यपूर्ण व्यवहार से लगाया जाता है। वेबर के अनुसार क्रिया में वह सारा व्यवहार आ जाता है जिसको क्रियारत व्यक्ति (कर्ता) व्यक्तिनिष्ठ (Subjective) अर्थ में सम्बन्धित करता है। इस अर्थ में क्रिया बाहरी भी हो सकती है तथा आन्तरिक या चेतना सम्बन्धी भी। यह किसी परिस्थिति मे […]
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