BED Latest news:अगर आप भी 2025 में बीएड करने की सोच रहे है और बनना चाहते है शिक्षक तो जान ले पहले ये नए नियम:बीएड (Bachler of Education) यह एक शिक्षण डिग्री है जिसे भारत में शिक्षक बनने के लिए सभी छात्र व छात्राएं प्राप्त करते है। कोर्स यदि आप यह इसे पढ़ रहे हैं तो इसका मतलब यह निकलता है कि आप पठन पाठन में अपना करियर बनाना चाहते हैं । आप एक शिक्षक बनना चाहते हैं और लाखों छात्रों है व छात्राओं के उज्ज्वल भविष्य के लिए मार्गदर्शन और अपनी परामर्श देकर उनकी किस्मत बदलना चाहते हैं। अगर आप भी 2025 में बीएड करने की सोच रहे है और बनना चाहते है शिक्षक तो जान ले पहले ये नए नियम जैसा कि आप पहले से ही जानते है कि हमारे देश भारत में शिक्षक बनने के लिए बी.एड. डिग्री (Bachler of Education) एक बहुत जरूरी है और एक टीचर बनने के लिए छात्रों को अपनी ग्रेजुएशन की डिग्री लेने करने के बाद बी.एड. डिग्री में दाखिला लेना होगा, तभी वे भारत भर के किसी भी स्कूल में शिक्षण नौकरी के लिए आवेदन कर सकते हैं।
अब बात करते है कुछ महत्वपूर्ण बदलावों की जो बीएड कोर्स में NCTE द्वारा किए गए हैं। बीएड कोर्स में एक महत्वपूर्ण बदलाव की तैयारी की जा रही हैं और यह तैयारी राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत बीएड प्रस्तावित बदलाव है और यह बदलाव 10 वर्षों बाद बीएड पाठ्यक्रम होने जा रहा है। हम आपको बताते चले की नई शिक्षा नीति के तहत बीएड कोर्स का जो पाठ्यक्रम है वह अब पूरी तरह से एक वर्ष का होने जा रहा है। इसका मतलब यदि आप बीएड करना चाहते हैं तो 1 वर्ष में ही बीएड के कोर्स को नयी राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत कर सकते हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के माध्यम से 10 वर्ष से अब तक जितने भी बीएड का पाठ्यक्रम है वह 1 वर्ष का होने जा रहा है बीएड कॉलेज के लिए नई अधिसूचना व नई गाइडलाइन और NCTE के माध्यम से जल्द ही जारी होने वाला है और 2025 यह कोर्स भी सभी प्रकार के बीएड कॉलेजों में शुरू भी हो जाएगा। 2027 से चार वर्षीय इंटीग्रेटेड डिग्री का कोर्स भी शुरू किया जाने वाला है।
BED Latest news:अगर आप भी 2025 में बीएड करने की सोच रहे है और बनना चाहते है शिक्षक तो जान ले पहले ये नए नियम: 2025 से लागू होगा एक वर्ष का नया प्रारूप
1 वर्षीय बी.एड. कोर्स : भारत सरकार ने घोषणा की है कि वर्ष 2025 तक बीएड कोर्स को एक नए प्रारूप में पेश किया जाएगा। 10 वर्षों में पहली बार, पाठ्यक्रम की अवधि को कम कर के एक वर्ष का किया जाएगा। चार वर्षीय इंटीग्रेटेड डिग्री कोर्स को और अधिक प्रभावी बनाने के लिए इस बदलाव को लागू किया जाएगा। यह बदलाव उन छात्रों के लिए भी फायदेमंद होगा, जिन्होंने स्नातक की चार वर्षीय डिग्री पूरी की है। इसका मतलब 1 वर्ष B.ED कोर्स में 4 वर्षीय स्नातक में आप कर सकते हैं अगर आपके पास तीन वर्षीय स्नातक का कोर्स है तब आप 2 वर्ष का बीएड कर सकते हैं। और यदि आप 3 वर्षीय स्नातक तथा उसके बाद 2 वर्षीय परास्नातक कर रहे है तो आपको 1 वर्षीय बीएड करना होगा। आपको एक वर्ष में ही बीएड की डिग्री प्राप्त हो जाएगी।
B.Ed प्राथमिक विद्यालय में नहीं है मान्य
जैसा कि बीएड के छात्रों के लिए 11 अगस्त 2023 को सुप्रीम कोर्ट ने एक आदेश पारित किया था कि बीएड कोर्स के अभ्यर्थी प्राथमिक शिक्षक भर्ती के लिए मान्य है तो वहीं अब बड़ी खबर सामने आ रही है कि बीएड के छात्र प्राथमिक विद्यालयों के लिए बिल्कुल भी मान्य नहीं है और बीएड के लिए जो भी एनसीटीई के माध्यम से नियम एवं गाइडलाइन जारी हो रहे हैं। वह सिर्फ कक्षा 6 से लेकर 12 तक इंटर कालेज के लिए ही है ऐसे में अब जो भी भर्तियां आयेगी प्राथमिक विद्यालय में उसमें बीएड कोर्स के छात्रों को नहीं सम्मिलित किया जाएगा।
शिक्षा के चार स्तंभ
राष्ट्रीय शिक्षा परिषद ने यह भी सुनिश्चित किया है कि बीएड के कोर्स को चार स्तर में ढाला जाएगा –
- फाउंडेशन,
- प्रिपेरटॉरी,
- मिडिल और
- सेकेंडरी स्तर
इस दृष्टिकोण के तहत हर एक शिक्षक को हर स्तर की शिक्षा के लिए विशेष रूप से तैयार किया जाएगा। यह न केवल शिक्षण प्रक्रिया को अधिक बेहतर बनाएगा, बल्कि स्कूली शिक्षा की गुणवत्ता को भी अधिक सुधारने में मदद कर पाएगा ।
फर्जी कॉलेजों पर कड़ी सख्त
राष्ट्रीय शिक्षा नीति का एक और महत्वपूर्ण उद्देश्य फर्जी और बनावटी कॉलेजों पर सख्ती करना है। शिक्षा की गुणवत्ता सुनिश्चित करने और सभी छात्रों को एक सही मार्गदर्शन प्रदान करने के लिए यह कदम उठाया जा रहा है। इससे शिक्षा क्षेत्र में पारदर्शिता और अनुशासन कायम बना रहेगा।