सामान्य विद्यालय प्रणाली | Common school system B.Ed notes in Hindi

सामान्य विद्यालय प्रणाली का विजन  स्वतंत्रता के बाद एक राष्ट्रीय शिक्षा प्रणाली की आवश्यकता को बनाए रखा गया जो सभी बच्चों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करे। यह भी सोचा गया था कि यह प्रणाली गैर-भेदभावपूर्ण होनी चाहिए। इस दूरदर्शिता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम सामान्य विद्यालय प्रणाली (कॉमन स्कूल सिस्टम सी एस एस) था। […]

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शांति के लिए शिक्षा | Education for peace in hindi b.Ed notes

  शांति के लिए शिक्षा से अभिप्राय ऐसी शिक्षा से है जो व्यक्तियों में ऐसे मूल्य कौशलों,अभिवृत्तियों और आदर्शों का समावेश करें जिससे उन्हें दूसरों के साथ सौहार्दपूर्ण व्यवहार करने और उत्तरदाई नागरिक बनने में मदद मिले। शांति के लिए शिक्षा का उद्देश्य शिक्षा के माध्यम से शांति स्थापित करना है। स्कूल,कॉलेज में विद्यार्थियों को

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विस्मृति का अर्थ ,परिभाषा, प्रकार,कारण,उपाय और महत्व | Vismriti ka arth, paribhasha,prakar,Karan,upay aur mahtva

विस्मृति का अर्थ (Meaning of Forgetfulness)  स्मृति की तरह विस्मृति भी एक मानसिक क्रिया है। स्मृति के साथ-साथ विस्मृति का अध्ययन भी आवश्यक है। विस्मृति एक नकारात्मक क्रिया है। जब हम कोई नई बात सीखते हैं तो हमारे मस्तिष्क में उसकी एक छवि बन जाती है। उस छवि को हम अपनी चेतना में रखते है

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स्किनर का क्रिया प्रसूत अनुकूलन सिद्धान्त| Skinner’s Theory of Operant Conditioning in hindi

स्किनर का क्रिया प्रसूत अनुकूलन सिद्धान्त (Skinner’s Theory of Operant Conditioning) इस सिद्धान्त का प्रतिपादन अमेरिकी विचारक प्रोफेसर बी. एफ स्किनर ने 1938 में किया। स्किनर क्रिया प्रसूत अनुकूलन का आधार पुनर्बलन को मानते हैं।  इस सिद्धान्त के मूल में धॉर्नडाइक द्वारा प्रतिपादित उद्दीपन अनुक्रिया सिद्धान्त है जिसको स्किनर ने पुनर्बलन सिद्धान्त में परिवर्तित कर

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कोहलर का अन्तदृष्टि या सूझ द्वारा सीखने का सिद्धान्त| Kohler’s Insight Learning theory in hin

कोहलर का अन्तदृष्टि या सूझ द्वारा सीखने का सिद्धान्त (Kohler’s Insight Learning Theory) इस सिद्धान्त का प्रतिपादन कोहलर ने सन् 1925 में किया था। उनके अनुसार किसी समस्या के समाधान में तीव्र गति से मस्तिष्क में आया परिवर्तन समग्र दृष्टि से आता है जिसे अन्तर्दृष्टि या सूझ कहते हैं।  अधिगम के इस सिद्धांत के प्रतिपादक

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पॉवलव का शास्त्रीय अनुबन्धन का सिद्धान्त|Pavlov’s Theory of Classical Conditioning in hindi

पॉवलव का शास्त्रीय अनुबन्धन का सिद्धान्त (Pavlov’s Theory of Classical Conditioning) शास्त्रीय अनुबंधन सिद्धान्त का प्रतिपादन रूसी वैज्ञानिक एवं शिक्षाशास्त्री इवान पी. पॉवलव ने 1904 में किया था। इस सिद्धान्त को अनुकूलित अनुक्रिया, सम्बन्ध प्रतिक्रिया, प्रतिस्थापन अधिगम अथवा अनुबंध अधिगम के नाम से भी जाना जाता है। इस सिद्धान्त के अनुसार प्राचीन व्यवहार में परिवर्तन

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Meaning and nature of Education b.ed notes

INTRODUCTION Education is a broad term that is related to knowledge, experience, learning, and teaching. It is a process of acquiring knowledge, skills, values, beliefs, and habits that enable an individual to develop and grow throughout their life, for themselves or for the betterment of society. Meaning of Education  The meaning of education can be

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UGC NET Sociology All Previous Year Question Papers pdf

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main features of constitutionalism

 Features of Constitutionalism :- Although the constitution of any country can have quantitative similarity with the constitutions of other countries, because that constitution is not qualitatively similar to the constitutions of other countries, but from the point of view of constitutionalism, qualitative similarity can also be found in the constitutionalism of many countries. In developing

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